न्यूयॉर्क. पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरा पूरा करके स्वदेश के लिए रवाना हो गए हैं। देर रात वो वापस भारत आ जाएंगे। अमेरिका से भारत रवाना होने से पहले पीएम ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर दौरे को बेहद सफल बताया। उन्होंने ट्वीट कर उम्मीद जताई की इस दौरे का असर भविष्य में नजर आएगा। पीएम ने अमेरिका में हुए भव्य स्वागत के लिए अमेरिका के लोगों का भी शुक्रिया अदा किया।
नवाज से हुआ मोदी का समाना, मुस्कराए, दोनों ने हाथ हिलाए
इससे पहले, युनाइटेड नेशंस (यूएन) की शांति के मुद्दे पर हुई बैठक में सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूएन के पीसकीपिंग ऑपरेशन में भारत का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि यूएन शांति सेना में सबसे ज्यादा सैनिक भारत के हैं। यूएन के शांति मिशन को आगे बढ़ाने में भारत हमेशा मजबूती के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने इस बैठक का आयोजन करने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा का भी शुक्रिया अदा किया। स्पीच से पहले पीएम मोदी और पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ का आमना-सामना हुआ। मोदी को देखकर शरीफ मुस्काए, उन्होंने हाथ हिलाकर मोदी का अभिवादन किया। पीएम मोदी ने भी हाथ हिलाकर नवाज को जवाब दिया।
इसके बाद पीएम ने यूएन पीस समिट में अपनी स्पीच दी। अपनी स्पीच में उन्होंने यूएन शांतिसेना को सहयोग देने के प्रति भारत की वादे को दोहराते हुए मौजूदा अथवा नए अभियानों में 850 अतिरिक्त भारतीय सैनिक तैनात करने और अधिक महिला सैनिकों वाली तीन और पुलिस इकाइयां तैनात करने की आज घोषणा की। मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मेजबानी में आयोजित यूएन शांति सैनिक सम्मेलन में कहा कि त्याग और बलिदान की भारत की परम्परा रही है और यही वजह है कि यूएन शांति सेना में भारतीय जवानों की भागीदारी सबसे अधिक रही है। दूसरे विश्वयुद्ध में भारतीय सैनिकों के बलिदान का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि उस दौरान 25 लाख भारतीय सैनिकों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से 24 हजार शहीद हो गए और करीब आधे लापता। उन्होंने शांतिसेना को मजबूत बनाने को लेकर देश की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि भारत मौजूदा अथवा नए अभियानों में 850 अतिरिक्त शांतिसैनिक तैनात करेगा। उन्होंने बताया कि भारत शांति अभियानों में डॉक्टर, इंजीनियर, इलेक्ट्रीशियन, आईटी, बिजली, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि के क्षेत्र के पेशेवरों को भी भेजेगा। तीन अतिरिक्त पुलिस इकाइयां भी तैनात की जाएंगी, जिनमे ज्यादातर महिलाएं होंगी।
ओबामा ने शांतिसेना के आधुनिकीकरण पर दिया बल
पीएम मोदी ने शांतिसेना की जिम्मेदारियों के बदलते स्वरूप का जिक्र करते हुए कहा कि अब शांतिसैनिकों को केवल शांति एवं सुरक्षा के लिए ही नहीं बुलाया जाता, बल्कि कई अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। पीएम ने कहा कि शांतिसैनिकों की मांग आज बढ़ गई है, लेकिन संसाधनों की कमी है। उन्होंने कहा कि शांतिसेना अभियान में समस्या तब आती है, जब निर्णय लेने की प्रक्रिया में शांतिसेना भेजने वाले देशों की कोई भागीदारी नहीं होती। मुझे खुशी है कि शांतिसेना अभियानों से संबंधित उच्च-स्तरीय स्वतंत्र पैनल ने इन मसलों की पहचान की है। पीएम ने एक बार फिर दोहराया कि यूएन शांतिसेना की सफलता केवल सैनिकों के हथियारों पर नहीं, बल्कि यूएन सिक्युरिटी काउंसिल के नैतिक बल पर निर्भर करती है। उन्होंने शहीद शांतिसैनिकों की याद मे मेमोरियल बनाने की वकालत करते हुए कहा कि भारत इसमें हरसंभव मदद को तैयार है। सम्मेलन के शुरू में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शांतिसेना के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि सदस्य देशों को एकजुट होकर शांतिसेना को सशक्त बनाने के लिए प्रयास करने चाहिए, क्योंकि केवल अमेरिका ही दुनिया की सारी समस्यायों का निदान नहीं कर सकेगा। यूएन महासचिव बान की मून ने शांतिसेना में अधिक से अधिक महिला सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किए जाने पर बल दिया।
रिश्तों की कड़वाहट के बीच शरीफ ने मोदी का किया अभिवादन
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों की कड़वाहट सोमवार को उस वक्त थोड़ी कम हुई, जब दोनों देशों के पीएम ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। यूएन शांतिसेना समिट में पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ का सामना भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी से हुआ तो शरीफ ने मोदी की तरफ हाथ हिलाया। जवाब में पीएम मोदी ने भी हाथ हिलाया। इसके थोड़ी देर बाद नवाज शरीफ ने विश्व शांति को लेकर यूएन में अपनी स्पीच दी। इस दौरान शरीफ ने कहा कि उसके देश में स्थितियां बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं। इसके बाद भी पाकिस्तान यूएन शांति मिशन के लिए काम करता है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कश्मीर और पंजाब में आतंकी हमलों और आए दिन होने वाले सीजफायर वायलेशन के विरोध में भारत ने पाकिस्तान से बातचीत करने से इनकार कर दिया था। विदेश म
नवाज से हुआ मोदी का समाना, मुस्कराए, दोनों ने हाथ हिलाए
इससे पहले, युनाइटेड नेशंस (यूएन) की शांति के मुद्दे पर हुई बैठक में सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूएन के पीसकीपिंग ऑपरेशन में भारत का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि यूएन शांति सेना में सबसे ज्यादा सैनिक भारत के हैं। यूएन के शांति मिशन को आगे बढ़ाने में भारत हमेशा मजबूती के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने इस बैठक का आयोजन करने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा का भी शुक्रिया अदा किया। स्पीच से पहले पीएम मोदी और पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ का आमना-सामना हुआ। मोदी को देखकर शरीफ मुस्काए, उन्होंने हाथ हिलाकर मोदी का अभिवादन किया। पीएम मोदी ने भी हाथ हिलाकर नवाज को जवाब दिया।
इसके बाद पीएम ने यूएन पीस समिट में अपनी स्पीच दी। अपनी स्पीच में उन्होंने यूएन शांतिसेना को सहयोग देने के प्रति भारत की वादे को दोहराते हुए मौजूदा अथवा नए अभियानों में 850 अतिरिक्त भारतीय सैनिक तैनात करने और अधिक महिला सैनिकों वाली तीन और पुलिस इकाइयां तैनात करने की आज घोषणा की। मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मेजबानी में आयोजित यूएन शांति सैनिक सम्मेलन में कहा कि त्याग और बलिदान की भारत की परम्परा रही है और यही वजह है कि यूएन शांति सेना में भारतीय जवानों की भागीदारी सबसे अधिक रही है। दूसरे विश्वयुद्ध में भारतीय सैनिकों के बलिदान का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि उस दौरान 25 लाख भारतीय सैनिकों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से 24 हजार शहीद हो गए और करीब आधे लापता। उन्होंने शांतिसेना को मजबूत बनाने को लेकर देश की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि भारत मौजूदा अथवा नए अभियानों में 850 अतिरिक्त शांतिसैनिक तैनात करेगा। उन्होंने बताया कि भारत शांति अभियानों में डॉक्टर, इंजीनियर, इलेक्ट्रीशियन, आईटी, बिजली, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि के क्षेत्र के पेशेवरों को भी भेजेगा। तीन अतिरिक्त पुलिस इकाइयां भी तैनात की जाएंगी, जिनमे ज्यादातर महिलाएं होंगी।
ओबामा ने शांतिसेना के आधुनिकीकरण पर दिया बल
पीएम मोदी ने शांतिसेना की जिम्मेदारियों के बदलते स्वरूप का जिक्र करते हुए कहा कि अब शांतिसैनिकों को केवल शांति एवं सुरक्षा के लिए ही नहीं बुलाया जाता, बल्कि कई अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। पीएम ने कहा कि शांतिसैनिकों की मांग आज बढ़ गई है, लेकिन संसाधनों की कमी है। उन्होंने कहा कि शांतिसेना अभियान में समस्या तब आती है, जब निर्णय लेने की प्रक्रिया में शांतिसेना भेजने वाले देशों की कोई भागीदारी नहीं होती। मुझे खुशी है कि शांतिसेना अभियानों से संबंधित उच्च-स्तरीय स्वतंत्र पैनल ने इन मसलों की पहचान की है। पीएम ने एक बार फिर दोहराया कि यूएन शांतिसेना की सफलता केवल सैनिकों के हथियारों पर नहीं, बल्कि यूएन सिक्युरिटी काउंसिल के नैतिक बल पर निर्भर करती है। उन्होंने शहीद शांतिसैनिकों की याद मे मेमोरियल बनाने की वकालत करते हुए कहा कि भारत इसमें हरसंभव मदद को तैयार है। सम्मेलन के शुरू में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शांतिसेना के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि सदस्य देशों को एकजुट होकर शांतिसेना को सशक्त बनाने के लिए प्रयास करने चाहिए, क्योंकि केवल अमेरिका ही दुनिया की सारी समस्यायों का निदान नहीं कर सकेगा। यूएन महासचिव बान की मून ने शांतिसेना में अधिक से अधिक महिला सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किए जाने पर बल दिया।
रिश्तों की कड़वाहट के बीच शरीफ ने मोदी का किया अभिवादन
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों की कड़वाहट सोमवार को उस वक्त थोड़ी कम हुई, जब दोनों देशों के पीएम ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। यूएन शांतिसेना समिट में पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ का सामना भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी से हुआ तो शरीफ ने मोदी की तरफ हाथ हिलाया। जवाब में पीएम मोदी ने भी हाथ हिलाया। इसके थोड़ी देर बाद नवाज शरीफ ने विश्व शांति को लेकर यूएन में अपनी स्पीच दी। इस दौरान शरीफ ने कहा कि उसके देश में स्थितियां बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं। इसके बाद भी पाकिस्तान यूएन शांति मिशन के लिए काम करता है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कश्मीर और पंजाब में आतंकी हमलों और आए दिन होने वाले सीजफायर वायलेशन के विरोध में भारत ने पाकिस्तान से बातचीत करने से इनकार कर दिया था। विदेश म
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