रोड़ का खुलासा
नई दिल्ली। ब्लैक मनी घोषित करने की आखिरी तारीख बुधवार को खत्म हो गई और अब तक महज 3,770 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी घोषित की गई। कुल 638 लोगों ने सरकार के कम्प्लाइअन्स बिंडो के माध्यम से अपनी ब्लैक मनी की घोषणा की। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की चेयरमैन अनिता कपूर ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने अपनी ब्लैक मनी की घोषणा की है, उन्हें 31 दिसंबर 2015 तक का समय टैक्स और पेनल्टी चुकाने के लिए दिया गया है।
सीबीडीटी का ई-फाइलिंग पोर्टल 30 सितंबर को रात 12 बजे तक खुला था, जिस पर लोगों को अपनी ब्लैक मनी की जानकारी देनी थी। लेकिन इसे उम्मीद से काफी कम रिस्पांस मिला।
जानकार लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से 60 फीसदी टैक्स लगाए जाने की वजह से अधिकतर लोगों ने अपनी अघोषित संपत्ति का खुलासा नहीं किया।
हालांकि आखिरी दिन काला धन का खुलासा करने वाले लोगों की संख्या में बढोतरी देखी गई। माना जा रहा है कि सरकार काला धन घोषित करने की सीमा को बढा भी सकती है।
सरकार ने दिल्ली और अन्य शहरों में कम्प्लाइअन्स बिंडो खोलकर यह आदेश दिया था कि काला धन रखने वाले लोग तय समयसीमा के तहत अपनी संपत्ति का ऎलान करें।
इसके तहत अगर किसी भारतीय का विदेश में गैर कानूनी रूप से खरीदी गई संपत्ति या विदेशी बैंकों में जमा काला धन है तो वह उसका खुलासा करे। इसके बाद उससे केवल टैक्स और पेनल्टी वसूली जाएगी न कि फेमा कानून के तहत किसी प्रकार की आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए 90 दिन का समय दिया गया था।
काम्प्लाएंस बिंडो के बंद होने के बाद सीबीडीटी ने स्पष्ट किया है कि जिन लोगों ने इस योजना के तहत ब्लैक मनी का खुलासा किया है, उनके खिलाफ ना तो फेमा और न ही चार अन्य कानून के तहत कोई जुर्माना लगाया जाएगा और न ही कोई मुकदमा चलाया जाएगा। इस योजना के तहत कुल ब्लैक मनी का लगभग 60 फीसद हिस्सा सरकार टैक्स और पेनल्टी के रूप में वसूल करेगी।
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