काबुल। तालिबान ने रणनीतिक रूप से अफगानिस्तान के अहम उत्तरी शहर कुंदुज पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि आतंकी शहर में एक-एक घर जाकर इंटरनेशनल फोर्स से जुड़े लोगों को ढूंढ रहे हैं। ब्रिटिश आर्मी से जुड़ एक अफगान ट्रांसलेटर के मुताबिक, आतंकियों ने कई पूर्व ट्रांसलेटरों की हत्या कर दी है और अब उसकी जान को भी खतरा है। बता दें कि सत्ता से बेदखल होने के 14 साल बाद तालिबान ने सोमवार को कुंदुज शहर पर दोबारा कब्जा कर लिया था। कुंदुज आतंकियों और सेना के बीच घमासान जारी है।
दरवाजे पर बाहर से बरसाने लगते हैं गोलियां
ब्रिटिश वेबसाइट डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, अहमद नाम के पूर्व इंटरप्रेटर ने कहा कि आतंकी स्थानीयों से हर उस शख्स के बारे में पूछताछ कर रहे हैं, जो ब्रिटेन और उसके सहयोगी देशों के लिए काम कर रहे हैं। अहमद के मुताबिक, लोग अगर डर से घरों के दरवाजे नहीं खोलते, तो आतंकी बाहर से ही गोलियां बरसाने लगते हैं।
24 साल का अहमद 2009 से 2011 के बीच ब्रिटिश आर्मी के लिए काम कर चुका है। उसके मुताबिक, तालिबानी आतंकियों को अच्छी तरह पता है कि वह कौन है और किसके लिए काम करता था। अहमद ने बताया कि आतंकी शहर के कोने-कोने में उसकी तलाश कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, कम से कम 1,500 तालिबानी आतंकियों को शहर की लोकल मिलिशिया (जिन्होंने खुद से हथियार उठा लिए) का समर्थन प्राप्त है।
तालिबान के खिलाफ कार्रवाई तेज
इस बीच, अफगान आर्मी ने अमेरिकी लड़ाकू विमानों की मदद से तालिबानी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। कुंदुज में पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता सैयद सरवर हुसैनी ने कहा, "विदेशी सैनिकों की हवाई और जमीनी कार्रवाई की मदद से अफगान आर्मी ने शहर के पुलिस हेडक्वार्टर को दोबारा नियंत्रण में लिया है। इसके अलावा हवाई अड्डे के आसपास के इलाकों से भी आतंकियों को खदेड़ दिया गया है।
सैकड़ों आतंकी ढेर
हुसैनी के मुताबिक, सैन्य कार्रवाई के दौरान सैकड़ों आतंकी मार गिराए गए हैं। शहर की सड़कों पर उनके शव बिखरे पड़े हैं। बता दें कि कुंदुज के दोबारा तालिबानी नियंत्रण में जाने से राष्ट्रपति अशरफ गनी की सरकार सवालों में है। सवाल ये कि क्या उनकी सेना आतंकियों का सामना करने में सक्षम नहीं है।
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